नशा सा है तेरी आँखों में,
जो दिल को छू जाए,
तेरे होंठों की मुस्कान से,
दिल मेरा लहरा जाए।
तेरे बालों की खुशबू से,
मेरा मन महक जाए,
तेरे हाथों के स्पर्श से,
मेरा दिल घबरा जाए।
तेरी आवाज़ की मिठास से,
मेरा दिल धड़क जाए,
तेरे प्यार की गर्माहट से,
मेरी रूह उड़ जाए।
तू ही मेरा नशा है,
जो मुझे मदहोश कर जाए,
तू ही मेरी दुनिया है,
जो मुझे जीने का मकसद दे जाए।
नशा सा है तेरी आँखों में,
जो मुझे दीवाना बना जाए,
नशा सा है तेरी आँखों में,
जो मुझे तेरा कर जाए।
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नशा सा है
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तू कितनी
तू कितनी ख़ूबसूरत है
तेरी आँखों में जो नूर है
तेरे होंठों पे जो मुस्कान है
तेरे जुल्फों का जो समान है
तू कितनी ख़ुशनुमा है
तेरी आवाज़ में जो सुर है
तेरे दिल में जो प्यार है
तेरी बातों में जो मिठास है
तू कितनी महकती है
तेरी साँसों में जो इत्र है
तेरे रूप में जो श्रृंगार है
तेरी चाल में जो अदा है
तू कितनी मुकम्मल है
तेरी ज़िन्दगी में जो सुकून है
तेरे साथ में जो ख़ुशी है
तेरा साया में जो फ़ना है
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